Hello everyone. So, friends, today we will talk about our intellectual and physical inequalities and feelings, friends, there is also a saying that human thinking makes a person great, friends, your thinking also depends a lot.
About your personality, and your thinking is also getting influenced from somewhere, then the time has come to be alert. When you are influenced by someone, it means that you have lost your ability to think, should not say human. To tell the truth, you are walking on the path of becoming mad yourself. You forget yourself by coming in someone’s words, What can be a bigger mistake than this, when you go to the vegetable market, first of all you see what is the rate of the vegetable, then ask the price, if you think more then you speak to the shopkeeper, here you use your intellectual abilities, right Similarly, you have to demonstrate your abilities in every work of your life. Put your energy in positive works, use your intellectual abilities in good works. Then you will think oh yes, did I make a mistake. And to be honest, you will feel a different comfort. One thing to understand here is that whenever a person feels that it is wrong, then he must definitely think about it. Because this thing has come out of your inner feelings, sometimes you think why do you feel that this work is good or wrong, maybe not think once. Internally what is it that alerts you, then you will feel what you are doing. Your ability to think also depends on the environment around you. Therefore, where there are people with negative thinking, definitely show your positive energy. There is a saying that one dirty fish makes the whole pond dirty, use your energy in the same way. If you like my words, then do tell by commenting. And if there are any errors, then tell them also.
हेल्लो दोस्तों मैं dontmiss सभी को नमस्कार. तो दोस्तों आज बात करेंगे अपनी बौधिक और शारीरिक विषमताओं और छमताओ के बारे मे, दोस्तों एक कहावत भी है इंसान की सोच ही इंसान को महान बनाती है,दोस्तों आपकी सोच भी बहुत निर्भर करती है आपके पर्सनालिटी के बारे मे, और आपकी सोच भी कहीं से influence हो रही है तो सचेत होने का समय आ गया है.जब आप influence होते है किसी से तो इसका मतलब है कि आपने अपने सोचने की क्षमता खो दी है, कहना नहीं चाहिए इंसान सच कहो तो खुद पागल बनने की राह पर चल पड़ता है. आप किसी की बातों मे आ के अपने को ही भूल जाते है, इससे बड़ी गलती क्या हो सकती है, जब आप सब्जी मार्केट जाते है तो सबसे पहले देखते है सब्जी का रेट क्या है, फिर दाम पूछते है, ज्यादा लगता है तो आप दुकानदार को बोलते है यहा आप अपनी बौधिक छमताओ का उपयोग करते है, ठीक इसी तरह आपको अपने लाइफ की हर एक काम मे अपनी छमताओ का प्रदर्शन करना है. अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कामों मे लगाये, अपनी बौद्धिक छमताओ का उपयोग अच्छे कामों मे कीजिए. फिर आप सोचेंगे अरे हाँ ये क्या मैंने गलती कर दी थी. और सच कहो तो आप एक अलग सकून महसुस करेंगे. एक बात यहा और समझने की है इंसान को जब कभी भी लगे ये गलत है तो उसे जरूर सोचे. क्यूंकि ये बात आपकी आंतरिक छमताओ से निकली है, कभी आप सोचते है आपको क्यू ऐसा लगता है कि ये काम अच्छा है या गलत, शायद नहीं एक बार सोच कर देखे. Internally ऐसा क्या है जो आपको सचेत करती है, फिर आपको लगेगा कि आप क्या कर रहे हैं. आपकी सोचने की क्षमता भी आपके इर्द गिर्द माहौल पर निर्भर करत है. इसलिए जहां negative थिंकिंग वाले लोग हों वहां अपनी
सकारात्मक
एनर्जी जरूर दिखाये. एक कहावत है ना एक गंदी मछली पूरे तालाब को गंदी कर देती है, ठीक इसी तरह आप अपनी एनर्जी का उपयोग करे. अगर मेरी बाते अच्छी लगी हो तो कमेन्ट कर कर जरूर बताये. और कोई त्रुटि रह गयीं हो तो उसे भी बताये.